पहली कठपुतली की बात दूसरी कठपुतलियों को क्यों अच्छी लगी।
पहली कठपुतली की बात बाकी दूसरी कठपुतलियों को इसलिए अच्छी लगी क्योंकि अन्य कठपुतलियां भी इस बंधन से दुखी हो चुकी थीं और मुक्त होना चाहती थीं। वह भी दूसरों के इशारों पर नाँचकर थक चुकी थीं। स्वतंत्रता तो हर किसी को प्यारी होती है। जब पहली कठपुतली ने दुख से बाहर निकलने के लिए विद्रोह किया तो दूसरी कठपुतलियों को भी इससे साहस मिला।